दुनिया की इन पांच नदियों से निकलता है gold, वैज्ञानिक भी नहीं सुलझा पाए  रहस्य

नदियों ने मानव सभ्यता के विकास में अहम किरदार अदा किया। माना जाता है लाखों साल तक आदमी नदियों के किनारे ही पला-बढ़ा। आज भी नदियां का योगदान कम नहीं हुआ है। बिजली-पानी, खेती-किसानी जैसे अहम कार्य नदियों के सहारे हो रहे हैं लेकिन आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि दुनिया कई ऐसी नदियां हैं जो खेती-किसानी, बिजली-पानी के अलावा दुनिया की सबसे मंहगी वस्तु यानी कि gold भी देती हैं। हालांकि ऐसी नदियों की तादात बहुत कम है लेकिन ये सच है कि दुनिया में करीब ऐसी 10 नदियां हैं, जिनमें सोना बहता है। कई नदियों के बारे में कहा भी जाता है कि जब लोगों को पहली बार ये बात पता चला कि इस नदी में सोना निकल रहा है तो बटोरने वालों की कतारें लग गईं। हम अपनी रिपोर्ट में पांच ऐसी नदियों के नाम बताएंगे जिनसे आज भी सोना निकलता है।

नंबर 1

इसमें सबसे पहला नाम भारत के झारखंड में बहने वाली नदी स्वर्णरेखा का है। जैसा कि नाम से ही साफ है कि इस नदी में goldकी रेखा यानी कि कण पाए जाते हैं। ये झारखंड के अलावा पश्चिम बंगाल और ओडिशा राज्य के कुछ इलाकों में बहती है। झारखंड में तमाड़ और सारंडा जैसी जगहों पर स्वर्णरेखा नदी के पानी में स्थानीय आदिवासी, रेत को छानकर सोने के कण इकट्ठा करने का काम करते हैं। आमतौर पर एक व्यक्ति, दिनभर काम करने के बाद सोने के एक या दो कण निकाल पाता है। एक व्यक्ति पूरे महीने में 60-80 सोने के कण निकाल पाता है। हालांकि किसी महीने में यह संख्या 30 से भी कम होती है। ये कण चावल के दाने या उससे थोड़े बड़े होते हैं। रेत से सोने के कण छानने का काम सालभर होता है। सिर्फ बाढ़ के दौरान दो माह तक काम बंद हो जाता है। रेत से सोना निकालने वालों को एक कण के बदले 80-100 रुपए मिलते हैं। एक आदमी सोने के कण बेचकर माहभर में 5-8 हजार रुपए कमा लेता है। हालांकि बाजार में इस एक कण की कीमत करीब 300 रुपए या उससे ज्यादा है। स्थानीय दलाल और सुनार, यहां के आदिवासी परिवारों से सोने के कण खरीदकर करोड़ों की संपत्ति बनाई है। स्वर्णरेखा की सहायक नदियों में भी कुछ सोने के कण मिलते हैं, जिनमें करकरी प्रमुख हैै। माना जाता है कि इस नदी से ये gold के कण करकरी में जाते हैं लेकिन आजतक कोई इस बात का पता नहीं लगा सका है कि ये सोने के कण कहां से आते हैं। आंकड़ों की माने तो स्वर्णरेखा नदी से एक साल में 100 टन सोना निकलता है।

नंबर 2

दूसरे नंबर पर कनाडा की क्लोनडाइक नदी है। ये कनाडा के डॉसन शहर में बहती है। ऐसा माना जाता है कि इस नदी की तलहटी में goldबिछा पड़ा है। साल 1896 में जॉर्ज कार्मेक, डॉसन सिटी चार्ली और स्कूकम जिम मेसन ने सबसे पहले इस नदी में सोना होने की बात बताई तो नदी में सोना खोजने वालों का तांता लग गया।1898 में इस शहर की आबादी महज 1500 थी जोकि रातों रात बढ़ कर तीस हजार हो गई। इस नदी से से सोना निकालने लिए सर्वप्रथम सोने वाली इस नदी के पास जमी रेत को बालटियों में इकट्ठा किया जाता है, फिर उसे कई बार छाना जाता है। इसके बाद नदी के पानी को छोटे-छोटे बर्तनों में रखकर जमाया जाता है। फिर इस बर्फ से सोने के टुकड़ों को अलग किया जाता है। सोने के ये टुकड़े कई शक्ल में होते है।. कुछ टुकड़े मोतीनुमा होते हैं, कुछ पतले छिलके के समान होते हैं एवं कुछ गुच्छे के आकार के भी होते हैं। सोना तलाशने के लिए यहां कोई रोक टोक नहीं है। कोई भी खुदाई करके यहां सोना तलाशने का काम कर सकता है। आंकड़ों के अनुसार यहां से साल भर में 60 टन सोना निकलता है।

नंबर 3

तीसरे नंबर पर कनाडा की फ्रेजर नदी हैं। यहां से हर साल 50 टन सोना स्थानीय लोगों द्धारा निकाला जाता है। फ्रेजर नदी कनाडा की सबसे लंबी नदी है , जो रॉकी पर्वत में ब्लैकरॉक पर्वत के पास फ्रेजर दर्रे से निकलती है और 1,375 किलोमीटर तक बहती हुई जॉर्जिया के दक्षिण तक पहुंचती है। ये नदी 112 घन किलोमीटर की स्पीड से चलती हुई लगभग 20 मिलियन टन तलछट समुद्र में छोड़ती है। माना जाता है कि नदी के तलछट में बड़ी मात्रा में सोना है और स्थानीय लोगों द्धारा इसे निकाला जाता है। नदी का नाम साइमन फ्रेजर के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने 1808 में नॉर्थ वेस्ट कंपनी की ओर से वर्तमान प्रिंस जॉर्ज की साइट से लगभग नदी के मुहाने तक एक अभियान का नेतृत्व किया था।

नंबर 4

चौथे नंबर पर अमेरिका के ओरेगन राज्य में बहने वाली वाली नदी है। इस राज्य में क्लैमथ पर्वत है, जो कैलिफोर्निया तक फैला हुआ है। प्राचीन चट्टानों से बना इसका एक बड़ा इतिहास रहा है। उंचे-उंचे पहाड़ों के बीच में दुष्ट नदी बहती है। इन पहाड़ों पर घने जंगल उगते हैं, जिनमें समृद्ध खनिज भंडार भी होते हैं। यहां कई घाटियां और पर्वतों की श्रृंखला और बीच में बहती नदियां हैं। जो तटछट से घाटियों को पाटने का कार्य वर्षों से कर रही हैं। इसमें कई बड़े लावा पठार भी हैं। जिसकी सबसे उंची चोटी माउंट हूड है। यह समुद्र तल से 11,239 फीट पर है, वहीं दूसरी ओर माउंट जेफरसन, 10,497 फीट की ऊंचाई पर दूसरा सबसे बड़ा चोटी है। माना जाता है कि इन्हीं सब स्थानों से gold निकल तलछट के जरिए नदी की घाटियों में पहुंचता है, जहां स्थानीय लोग पानी से निकालकर मार्केट तक पहुंचाते हैं। आंकड़ों के अनुसार यहां से हर साल लगभग 30 टन सोना निकलता है।

नंबर 5

पांचवें नंबर पर ऑस्ट्रेलिया की मॉनसन नदी है। यह नदी ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स राज्य में बहती है। इस नदी से प्रतिवर्ष लगभग 40 टन gold निकाला जाता है। इसके अलावा संयुक्त राज्य में अलास्का की नदियां, दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका, आयरलैंड और चीन की नदियों में भी सोना निकलता है।

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