सियासी पारी पर युवराज सिंह का आया बयान, बताया क्या है प्लान
टीम इंडिया के सिक्सर किंग कहे जाने वाले युवराज सिंह की सियासी पारी पर फाइनल डिसीजन आ गया है। वो सियासत की पिच पर चैके-छक्के लगाएंगे या नहीं, खुद सिक्सर किंग ने इसका ऐलान कर दिया है। उनके ऐलान के बाद सियासी गलियारों में हलचल है। युवराज सिंह को उनके गृह प्रदेश के पंजाब की गुरुदासपुर सीट से चुनाव लड़ने की संभावना जताई जा रही थी। ये भी कयास लगाए जा रहे थे कि वो बीजेपी के झंडे के साथ मैदान में उतर सकते हैं। ऐसे में भाजपा के केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ उनकी तस्वीर भी वायरल हुई है। हालांकि ये तस्वीर पुरानी थी लेकिन ये माना जा रहा था कि इसी दौरान युवराज सिंह के भाजपा में जाने की खिचड़ी पकी थी। हालांकि युवराज सिंह एक किताब के प्रकाशन के मौके पर नितिन गडकरी के घर गए थे और उनको केंद्रीय मंत्री के परिवार ने उनको बहुत सम्मान दिया है, इसके बाद उनकी भाजपा में जाने की बात शुरु हुई थी लेकिन अब इस पूरी मामले पर युवराज सिंह ने साफ कर दिया है कि वो गुरुदासपुर चुनाव लड़ेंगे या नहीं।
बीजेपी को दिया जोर का झटका
दरअसल देश में लोकसभा का चुनाव नजदीक है। हर राजनीतिक दल अपनी-अपनी गुणा-गणित में लगे हैं। सत्ताधारी दल भाजपा एक बार फिर पूरी ताकत से चुनाव लड़ने की तैयारी में है। वैसे तो भाजपा हिंदी भाषी प्रदेशों में मजबूत है लेकिन गैर हिंदी प्रदेशों में उसको संघर्ष करना होगा, इसके लिए भाजपा ने नई रणनीति बनाई है। भाजपा ने अपनी सीटों को बढानें के लिए गैर हिंदी भाषी प्रदेशों में चर्चित और नामवर चेहरों पर दांव लगाने की तैयारी की है। इसके पीछे मकसद ये है कि जिन राज्यों में पार्टी का जनाधार नहीं है वहां कुछ सीटें नामवर चेहरों पर मिल जाएं। इसमें फिल्मी दुनिया से जुड़े, किक्रेट व खेल की दुनिया से जुड़े लोगों का नाम शामिल है। इसी क्रम में युवराज सिंह का नाम भी पंजाब की गुरुदासपुर सीट से जुड़ा था लेकिन अब युवराज ने पूरे मामले को बिल्कुल साफ कर दिया है। इससे बीजेपी को जोर का झटका लग सकता है। युवराज सिंह ने साफ कर दिया है कि मीडिया में जो खबरें हैं, उसमें कोई सच्चाई नहीं है। वो फिलहाल कोई चुनाव लड़ने नहीं जा रहे हैं। युवराज ने ट्वीट किया, ‘ मीडिया रिपोर्ट के विपरीत, मैं गुरदासपुर से चुनाव नहीं लड़ रहा हूं। मेरा पैशन जरूरत मंद लोगों की मदद करना और उन्हें सपोर्ट करना है। मैं अपने फाउंडेशन के जरिए ऐसा करता रहूंगा।’
बता दें कि युवराज सिंह के दो खास दोस्त माने जाने वाले पूर्व क्रिकेटर भी राजनीति से जुड़े हैं। इसमें एक पहला नाम हरभजन सिंह का और दूसरा नाम गौतम गंभीर का है। हरभजन आम आदमी पार्टी जबकि गंभीर भाजपा से सांसद हैं। ऐसे में ये भी अटकलें थीं कि युवराज भी चुनाव में उतर सकते हैं लेकिन अब सारी बातें युवराज सिंह ने साफ कर दी हैं। बता दें युवराज सिंह टीम इंडिया के बेस्ड आलराउंडर में से एक थे। उन्होंने टीम इंडिया को एक नहीं बल्कि दो-दो बार वल्र्डकप अपनी शानदार खेल से दिलाया है।उनके नाम इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुवर्ड ब्राॅड के एक ओवर में 6 छक्का मारने का भी रिकार्ड हैं। उनकी गिनती टीम इंडिया ही नहीं दुनिया के बेस्ड आलराउंडर में होती है।