बीजेपी को लगा जोर का झटका, दो क्रिकेटरों ने चुनाव लड़ने के किया इंकार

लोक सभा की चुनाव की तैयारी में जी-जान से जुटी भाजपा को जोर का झटका लगा है। बीजेपी के उम्मीदवार के रुप में चुनाव लड़ने वाले दो दिग्गज क्रिकेटरों ने चुनाव न लड़ने का फैसला किया है। इन दो दिग्गज क्रिकटरों में एक तो राजनीति में आने का इच्छुक ही नहीं है तो दूसरा अपनी सियासी पारी से संन्यास लेना चाहता है। उसका पूरा फोकस एक बार फिर से क्रिकेट पर होगा। हालांकि इस क्रिकेटर के अचानक सियासी संन्यास से सियासी गलियारों में हलचल बढ़ गई है। कयास आराईयों का दौर शुरु हो गया है। कई तरह की बातें मीडिया रिपोट्र्स के हवाले से सामने आ रही हैं, इनमें क्या सच है, क्या गलत, ये आने वाला समय बताएगा लेकिन इतना तय है कि दो क्रिकेटरों के इंकार के बाद बीजेपी को जोर झटका लगा है। ये दो दिग्गज क्रिकेटर कौन हैं हम आपको अपनी इस तीन मिनट की रिपोर्ट में बताने वाले हैं।

धमेंद्र की जगह चुनाव नहीं लड़ेंगे युवराज सिंह

पीएम मोदी की अगुवाई में भाजपा अपनी लोक सभा चुनाव की तैयारियों को अंतिम रुप देना शुरु कर चुकी है। जल्द ही पार्टी प्रत्याशियों के नाम का ऐलान करने वाली है। इसमें चुनाव से पहले दो पूर्व क्रिकेटरों के चुनाव न लड़ने का फैसला लिया है। इसमें पहला नाम युवराज सिंह का है। वैसे युवराज सिंह किसी भी राजनीति दल का हिस्सा नहीं हैं लेकिन पिछले दिनों उनके भाजपा से चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे थे। बताया जा रहा था कि वो पंजाब के गुरुदासपुर लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ सकते हैं। इसके पीछे ये तर्क दिया जा रहा था कि युवराज सिंह पिछले दिनों भाजपा के एक वरिष्ठ नेता नितिन गडकरी के घर गए हुए थे।

गडकरी के परिवार के साथ युवराज सिंह की फोटो वायरल हुई थी। दावा किया जा रहा था कि यही पर युवराज सिंह की पार्टी में आने की बात तय हुई है लेकिन अब ये सारे दावे खोखले निकले हैं। युवराज सिंह ने ऐलान कर दिया है कि वो कोई चुनाव किसी भी राजनीतिक दल से लड़ने नहीं जा रहे हैं। इसके बाद बीजेपी को जोर का झटका लगा है। युवराज सिंह ने अपने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि-‘ मीडिया रिपोर्ट के विपरीत, मैं गुरदासपुर से चुनाव नहीं लड़ रहा हूं। मेरा पैशन जरूरत मंद लोगों की मदद करना और उन्हें सपोर्ट करना है। मैं अपने फाउंडेशन के जरिए ऐसा करता रहूंगा।’ युवराज सिंह के इस बयान के बाद साफ हो गया है कि वो सियासी पिच पर फिलहाल कोई चैके-छक्के नहीं लगा रहे हैं।

गंभीर ने भी किया संन्यास का ऐलान

गौतम गंभीर

कुछ इसी तरह से टीम इंडिया में युवराज सिंह के साथी रहे गौतम गंभीर ने भी ऐलान किया है। गौतम गंभीर पहले से भाजपा के दिल्ली से सांसद हैं। पिछले लोक सभा चुनाव में गंभीर ने भाजपा का दामन थामा था और उन्होंने कांग्रेस के कद्दावर नेता अरविंदर सिंह लवली जैसे कद्दावर नेता को हराया था लेकिन पांच साल बाद अचानक उनका राजनीति से मोह भंग हो गया। दो मार्च की सुबह उन्होंने अपने एक्स पर एक पोस्ट किया, इस आते ही वायरल हो गया और राजनीति गलियारों में चर्चा शुरु हो गई। गंभीर ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, श्मैंने माननीय पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अनुरोध किया है कि मुझे मेरे राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करें ताकि मैं अपनी क्रिकेट को लेकर प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकूं। मुझे लोगों की सेवा करने का अवसर देने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह जी को तहेदिल से धन्यवाद देता हूं। जय हिन्द! हालांकि गंभीर की इस पोस्ट पर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।

कुछ लोगों का कहना है कि ऐसा करने का आदेश उनको हाईकमान से मिला था, क्योंकि पार्टी उनसे खुश नहीं थी। बता दें कि गंभीर ने पिछले दिनों एक बयान दिया था कि जिन लोगों को क्रिकेट की कोई समझ नहीं है वो एसी में बैठकर भारतीय क्रिकेट का भविष्य लिखते है। हालांकि उन्होंने अपने बयान में किसी का नाम नहीं लिया था लेकिन ये माना जा रहा था कि उनका ये बयान जयशाह के लिए है। कुछ लोगों का यहां तक दावा है कि इसी बयान की वजह से उनको संन्यास लेना पड़ा है। हालांकि गौतम गंभीर इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास के बाद भी क्रिकेट की दुनिया से जुड़े हैं। वो अभी तक लखनउ सुपर जायंट्स और अब कोलकाता नाइट राइडर्स के मेंटार है और इस बार आईपीएल और लोकसभा चुनाव साथ-साथ होने हैं। ऐसे में गंभीर के सामने ये संकट था कि वो किस ओर मुड़े, क्योंकि दोनों काम एक साथ संभव नहीं था, ऐसे में माना जा रहा है कि उन्होंने संन्यास लेने का फैसला लिया है।

Related Articles

Back to top button