आंध्र प्रदेश के एक नेता के इशारे पर छीनी गई हनुमा विहारी की कप्तानी?

टीम इंडिया के बाहर चल रहे क्रिकेटर हनुमा विहारी इस समय सुर्खियों में है। उनके सुर्खियों की वजह उनका आंध्र प्रदेश की टीम को छोड़ना है। सोमवार को उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए आंध्र प्रदेश की छोड़ने का ऐलान किया था और इसकी वजह का भी खुलासा किया था। हनुमा विहारी ने बताया था कि उनके आंध्र प्रदेश की टीम छोड़ने की वजह एक पाॅलीटीशियन हैं। इसी पालीटीशियन की वजह से उनकी कप्तानी ली गई है। पालीटीशियन ने अपने रसूख का इस्तेमाल करके एसोसिएशन से इस्तीफा दिला दिया। अब ऐसी हालत में उनका आंध्र की टीम में खेलना संभव नहीं है, अब वो अगले सीजन से किसी दूसरे टीम का हिस्सा होंगे। हालांकि उनके इस बयान के बाद हंगामा खड़ा हो गया है। पाॅलीटीशियन के लड़के का बयान आ गया है, और इससे बाद आंध क्रिकेट एसोसिएशन का भी बयान आया है। दोनों के बयान आने बाद ये साफ होता दिख रहा है कि अंदरखाने में कुछ न कुछ चल रहा था। हम आपको अपनी इस रिपोर्ट में बताएंगे कि आखिर पूरा मामला क्या है।

हनुमा विहारी के पोस्ट से खुला था राज


दरअसल हनुमा विहारी रणजी में आंध्र की अगुवाई करते हैं। इस बार भी पहले मैच में कप्तान वही थे लेकिन पहले मैच के बाद अचानक उन्होंने कप्तानी से इस्तीफा दे दिया। पहले तो उन्होंने इस्तीफा क्यों दे दिया था, ये बात साफ नहीं थी। कहा जा रहा था कि बंगाल से हार के बाद उन्होंने ने ऐसा किया था लेकिन अब आंध्र की टीम फाइनल राउंड से बाहर हो गई है। ऐसे में हनुमा विहारी का स्टेटमेंट आया है। उन्होंने आंध्र टीम छोड़ने और इसके पीछे एक पालीटीशिन का हाथ होने बताया जा रहा है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर खुलासा किया है कि – “बंगाल के खिलाफ पहले गेम में मैं कप्तान था। उस मैच के दौरान मैं 17वें खिलाड़ी पर चिल्लाया और उसके पिता एक रसूखदार राजनेता हैं। उसके पिता ने एसोसिएशन से मेरे खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा, लेकिन मुझे बिना किसी गलती के कप्तानी से इस्तीफा देने के लिए कहा गया था।” विहारी ने टीम के सदस्य के नाम का खुलासा नहीं किया था लेकिन कुछ देर बाद ही नेता बेटे यानी कि टीम में 17 वें प्लेयर खुद ही सबसे सामने आ गये और लोगों को बताने लगे मैं वहीं प्लेयर हूं, जिसके बारे में हनुमा विहारी कह रहे हैं।

ये आंध्रटीम के विकेटकीपर बल्लेबाज केएन पृथ्वीराज हैं। उन्होंने जवाब में सोशल मीडिया पर अपनी बात रखी. “मैं वह खिलाड़ी हूं जिसे आप उस कमेंट बॉक्स में सर्च कर रहे हैं। आप लोगों ने जो कुछ भी सुना वह बिल्कुल झूठ है। खेल से बढ़कर कोई नहीं है और मेरा स्वाभिमान किसी भी चीज से बहुत बड़ा है। किसी भी मंच पर एक व्यक्ति को टारगेट बनाकर उसपर गंदे शब्दों का प्रयोग नही ंकिया जा सकता। टीम में हर कोई जानता है कि उस दिन क्या हुआ था। बाद में कुछ ऐसा ही बयान आंध्र प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन का आया और उन्होंने भी अपशब्द वाली बात कही लेकिन इस सबके बीच हनुमा विहारी ने एक और पोस्ट कर हंगामा खड़ा कर दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक लेटर पोस्ट किया, जिसमें आंध्र के 15 प्लेयर ने आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन को लिखकर भेजा है, जिसमें हनुमा को दोबारा कप्तान बनाए जाने की बात कही गई है।

अब इस लेटर के बाद ये सवाल उठ रहा है कि अगर रसूखदार नेता के लड़के और ऐसोसिएशन की अपशब्द वाली बात सही है तो अन्य 15 प्लेयर्स ने किस तरह से हनुमा को दोबारा कप्तान बनाए जाने की मांग की । फैंस का कहना है कि ये लेटर इस बात का सबूत है कि हनुमा सही हैं, उनके साथ पूरी टीम है। रसूलदार नेता से एसोसिएशन के लोग मिले हुए हैं और बीसीसीआई को चाहिए कि आंध्र कमेटी को तत्काल भंग कर नई कमेटी का गठन करें और हनुमा विहारी को दोबारा कप्तान नियुक्त करें। आपकी इस पूरे मामले पर क्या राय है, हमारे कमेेंट बाक्स में जरुर बताएं। बता दें कि हनुमा विहारी टीम इंडिया के 16 टेस्ट मैच खेल चुके हैं। गाबा टेस्ट में टीम इंडिया के लिए उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी।

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